पारस हाॅस्पिटल में सभी सुरक्षा मानकों के साथ हो रही सर्जरी, सोशल डिस्टेंसिंग का है पूरा ख्याल- डॉ. तलत हलीम
पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल, राजा बाजार, में डाक्टरों द्वारा ओपीडी परामर्श के साथ-साथ सभी तरह के आॅपरेशन भी किये जा रहे हैं। हृदय रोग, न्यूरो संबंधी बीमारी तथा हड्डी रोग से संबंधित बीमारियों का आॅपरेशन यहां लगातार किया जा रहा है।
पारस हाॅस्पिटल प्रबंधन का मानना है कि हमारे यहां अनुभवी व विशेषज्ञ डाॅक्टरों की टीम तथा यहां उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं के बीच सुरक्षित आॅपरेशन किये जाते हैं। यहां सारे मरीजों का आॅपरेशन यह सोच कर तय किया जाता है कि मरीज को पहले से कोरोना हो सकता है ताकि आॅपरेशन से पहले उनकी सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित की जा सके। इसके लिए सरकार द्वारा तय किये गये मापदंड के अनुसार ही जांच करने होंगे। यदि किसी बीमारी का इलाज सिर्फ आॅपरेशन है तो उसमें यह देखा जाता है कि आॅपरेशन अभी तुरंत करना जरूरी है या कुछ दिनों तक इसे टाला जा सकता है। एक निश्चित अवधि के बाद इसे टाला भी नहीं जा सकता है। ऐसे में आॅपरेशन कराना अनिवार्य हो जाता है। हम बीमारी की गंभीरता तथा कोरोना वायरस की संक्रमणता को ध्यान में रखकर ही सुरक्षित आॅपरेशन करते हैं। बहुत सारे ऐसे मरीज भी आ रहे हैं जिनका आॅपरेशन तत्काल या कुछ समय बाद कराना आवश्यक हो जाता है।
हाॅस्पिटल के रिजनल डायरेक्टर डाॅ. तलत हलीम ने कहा कि हमनें अपने हेल्थ केयर वर्करों तथा मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए सेनिटाइजेशन की मुकम्मल व्यवस्था कर रखी है तथा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जाता है। हाॅस्पिटल पहुंचने वाले हर व्यक्ति को मुख्य गेट पर ही सेनिटाइजेशन की व्यवस्था है। कुर्सियों की कतार में एक स्थान खाली रखने के बाद बैठने की व्यवस्था है। रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक में पूरे हाॅस्पिटल परिसर को सेनिटाइज किया जाता है। सीढ़ियां, लिफ्ट, कुर्सी, टेबल आदि को भी संक्रमणयुक्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमने पूरे लाॅकडाउन में कभी भी अपनी ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं बंद नहीं की, साथ ही आॅपरेशन भी किये जाते रहे।
उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन में भी हमारे यहां एक सौ से अधिक आॅपरेशन किये गये। कैंसर के 50 से अधिक मरीजों को रेडिएशन किया गया जबकि 200 से भी अधिक मरीजों को कीमोथेरेपी दी गयी।