राजनीतिक संक्रमण से ग्रसित हैं तेजस्वी यादव, जन भावना का उड़ा रहे मज़ाक- नीरज कुमार
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि बिहार के आम अवाम को इसकी बखूबी समझ है कि कोरोना महामारी एक वैश्विक आपदा है, परिस्थिति जन्य चुनौती है और बिहार सरकार सतत प्रयासरत है इससे निपटने के लिए।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के राजकुमार तेजस्वी यादव और होटवार जेल में कैद उनके पिता कैदी नंबर 3351 का राजनीतिक कुसंस्कार रहा है आपदा काल में माखौल उड़ाने का। लालू यादव ही हैं जो बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदा का मजाक उड़ाते थे और प्रभावित लोगों से कहते थे कि मछली मारो। इनका कुसंस्कार ही रहा है आपदा पीड़ितों की राहत राशि को डकारने का।
नीरज कुमार ने कहा कि बिहार सरकार संवेदनशील है। हम हर संभव प्रक्रिया अपना रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मी चाहे वह डॉक्टर हों या फिर पारा कर्मी, ये लोग अपने घर-परिवार की परवाह न करते हुए जान की बाजी लगाकर लोगों की यथासंभव सेवा में प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण स्थिति चुनौतीपूर्ण है, पर तेजस्वी यादव को दिखेगा नहीं कारण कि वो दागी हैं, दफा 420 के आरोपित हैं। स्वाभाविक है कि ऐसे लोगों को दिखाई कम पड़ता ही है। उनको जानकारी होनी चाहिए कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के बिहार से बाहर रह लोगों को हमने उनके बैंक खाते में राहत राशि भेजी है। जिसमें राघोपुर के लोगों को 31 लाख 40 हजार, बिदुपुर के लोगों को 71 लाख 22 हजार साथ ही साथ बिहार सरकार द्वारा राज्य भर के राशनकार्ड धारकों को दिए गए राहत राशि में बिदुपुर प्रखंड में 19 करोड़ 47 लाख एवं राघोपुर प्रखंड में 17 करोड़ 27 लाख 36 हजार रुपए दिया गया।
उन्होंने कहा कि बिहार में आमलोगों के सहायतार्थ राज्य सरकार ने 8 हजार 538 करोड़ रुपए खर्च किया है। 8वीं 9 वीं पास तेजस्वी यादव को ‘क’ और ‘ड.’ का अंतर तो पता चलता नहीं। ये अपने पिता के नक्शेकदम पर हैं जो कि आपदा में भी पीड़ितों का माखौल उड़ाने के लिए कुख्यात रहे हैं। अब तेजस्वी यादव भी उसी राह पर चलकर कोरोना पीड़ितों का और बिहार की जनता के भावनाओं का मजाक उड़ा रहे हैं। दुनिया कोरोना से जूझ रही है और तेजस्वी यादव राजनीतिक संक्रमण से ग्रसित हैं।