सीएम नीतीश से गवर्नेंस और डिप्टी सीएम सुशील मोदी से अर्थशास्त्र की शिक्षा लें तेजस्वी- निखिल आनंद
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने नेता विपक्ष तेजस्वी यादव पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि, “बिहार का एक नेता विपक्ष इतना बेवकूफ होगा यह पता नहीं था। तेजस्वी बिहार के अबतक के सबसे फिसड्डी नेता विपक्ष हैं।”
निखिल ने अफसोस जताते हुए कहा कि, “तेजस्वी भाई ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी के संग काम करके भी गवर्नेंस के बारे में नहीं सीखा। तेजस्वी उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते है लेकिन उनको सुशील मोदी जी से खाता-बही के साथ अर्थशास्त्र सीखने की अविलंब जरुरत है। वित्त मंत्री तो लालू प्रसाद जी भी थे लेकिन देखिए कि गलत वित्तीय प्रबंधन के कारण उनका क्या हश्र हुआ!” निखिल ने तेजस्वी को नसीहत देते हुए कहा कि मेरे भाई! विरासत में मिले नेता पद और अपनी अकूत सम्पत्ति संभालने हेतु आपको ज्ञान की जरुरत है।
निखिल आनंद ने कहा कि, “नेता विपक्ष तेजस्वी यादव को ज्ञान से मतलब नहीं, अफवाह उड़ा राजनीति करते हैं। तेजस्वी ने केंद्रीय गृह एवं रेलवे मंत्रालय का कोई प्रपत्र आजतक नहीं पढ़ा। इनमें पहले से ही स्पष्ट है किसी अप्रवासी यात्री से किराया नहीं लिया जायगा। अब तो सीएम नीतीश कुमार ने भी किराया न लगने की घोषणा की है। राज्य सरकार सभी यात्रियों का किराया वहन करेगी और यही नहीं कोरेंटाईन पूरा करने वाले को 500 रुपये दिए जायेंगे। कांग्रेस व राजद रेल किराये को लेकर अफवाह उड़ाने के लिए जनता से माफ़ी मांगे।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने राजद एवं कांग्रेस के कुछ को छोड़ सभी विधायकों- विधान परिषद् सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री कोष में में एक महीने का वेतन नहीं जमा करने पर कटाक्ष करते हुए कहा- “डिप्टी सीएम सुशील मोदी के पोल खोलने के बाद कांग्रेस व राजद के 100 से ज्यादा विधायक व विधान पार्षद मुँह दिखाने लायक नहीं रहे। सभी जानते हैं कि सीएम कोष में पैसा देने के नाम पर राजद के भाई वीरेंद्र कैसे बिलबिला रहे थे? कांग्रेस के तौसीफ़ आलम ने तो पैसा वापसी के लिए पत्र भी लिखा है। हकीकत है कि राजद- कांग्रेस के विधायक और विधान पार्षद जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे और सरकारी पैसे पर अपना नीजी अधिकार समझते है। राजद या कांग्रेस को राष्ट्र- समाज और मानवता से मतलब नहीं। कांग्रेस राजद के विधायक सीएम फंड में पैसा न देने पर शर्म करें।