कांग्रेस नेता ललन कुमार और रिजवान अहमद की पहल का असर, दिग्विजय ने नीतीश को पत्र लिखकर कही ये बात…
पटना (जागता हिंदुस्तान) लॉकडाउन के कारण मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में फंसे हजारों की संख्या में बिहारी छात्रों की समस्या को लेकर बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार और सिवान के पूर्व जिलाध्यक्ष रिजवान अहमद की पहल रंग लाई है। दोनों कांग्रेसी नेताओं की पहल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर भोपाल में फंसे बिहारी छात्रों को वहां से निकालने का आग्रह किया है।
इस संबंध में ललन कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते देश में 17 मई तक लॉकडाउन की स्थिती रहेगी। हालांकि इस दौरान कुछ छूट भी दी गई है लेकिन वो सशर्त है। लॉकडाउन की वजह से लोग जहां की तहां फंसे हुए हैं। सरकार ने फंसे लोगों को निकलने के लिए प्रयास किए हैं मगर वो नाकाफी दिखाई दे रहे हैं।
युवा कांग्रेस नेता ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से बिहार के सीवान सहित कई जिलों के लगभग 1800 छात्र मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में फंसे हुए हैं। बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व सीवान जिलाध्यक्ष रिजवान अहमद ने भोपाल में फंसे 1800 छात्रों की सूची बनाकर इस मामले में दखल देने की बात कही।
ललन कुमार ने बताया कि उन्होंने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी और मदद का आग्रह किया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर फंसे हुए 1800 छात्रों को निकालने की अपील की है।
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम अपने पत्र में लिखा कि लॉकडाउन के कारण बिहार के 1800 छात्र भोपाल में फंसे हुए हैं। परेशानियों के चलते अब वो अपने घर जाना चाहते हैं, मेरा आपसे अनुरोध है कि मध्यप्रदेश सरकार से समन्वय स्थापित करके सभी की वापसी सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक कदम उठाने का कष्ट करें। पत्र के साथ सभी 1800 छात्रों के नाम आदि की सूची भी सौंपी गई है। पत्र की प्रति मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी प्रेषित की गई है।