स्वास्थ्य मंत्रालय ने तबलीगी जमात को ठहराया जिम्मेदार, कहा- अचानक बढ़े कोरोना के मामले नेशनल ट्रेंड नहीं
पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉक डाउन के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज़ (मुख्यालय) को केंद्र सरकार द्वारा अब सीधे तौर पर कोरोना के मामले में बढ़ोतरी का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस वार्ता कर बड़ा बयान दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि तबलीगी जमात के मरकज़ से 1,800 लोगों को निकालकर 9 अस्पतालों और क्वॉरेंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वो इस बात को हाइलाइट करना चाहते हैं कि कोरोना के मामले में जो बढ़ोतरी हुई है, उसे पिछले कुछ दिनों की तुलना में देखें तो यह नेशनल ट्रेंड को नहीं दिखाता है।
उन्होंने तबलीगी जमात के मरकज़ के मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम सबको पता है कि निश्चित तौर पर अगर कहीं भी हमारी कमी होती है तो ऐसे मामलों का बढ़ना स्वाभाविक है। लव अग्रवाल ने कहा कि वह एक बार फिर कहना चाहते हैं कि लॉक डाउन की स्थिति में सरकार की ओर से यही दिशा निर्देश है कि किसी भी तरह के सामूहिक और धार्मिक सभाओं से दूर रहना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग के जो मानक हैं, उसका शत-प्रतिशत पालन होना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि रेलवे 3.2 लाख आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन बेड बना रहा है। ये 5000 रेल कोच में बनेगा। इसका काम शुरू हो गया है। लव अग्रवाल ने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा टेस्टिंग किट, दवाओं और मास्क जैसी आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए लाइफलाइन फ्लाइट्स शुरू की गई है।
बता दें कि तबलीगी जमात के मरकज़ से लौटे लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अकेले तेलंगाना में ही 6 की मौत हो चुकी है। उधर मरकज़ से लौटे लोगों की भी तलाश जारी है। पुलिस विभिन्न शहरों में सर्च ऑपरेशन चला रही है।