उपेंद्र कुशवाहा ने समझाया गणित, सभी प्रवासी बिहारियों को 10 ट्रेन से लाने में लगेंगे इतने महीने
पटना (जागता हिंदुस्तान) लॉक डाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को उनके राज्य पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू तो हो चुकी है लेकिन इसको लेकर सियासी घमासान भी चरम पर है। वहीं प्रवासी बिहारियों को विभिन्न राज्यों से वापस बिहार लाने के लिए चलाई जा रही रेलगाड़ियों की संख्या को लेकर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं।
इसी क्रम में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी प्रवासी बिहारियों के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने वर्तमान में 10 ट्रेन चलाए जाने को अपर्याप्त बताते हुए पूरा गणित समझाया है। साथ ही उन्होंने ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ बिहार सरकार के समक्ष 5 सूत्री मांग भी रखी है।
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्विटर पर लिखा, “बिहार के संकटमय प्रवासियों के लिए ट्रेनों की संख्या मात्र दस है।इस रफ्तार से एक दिन में अधिकतम दस हजार लोग आएंगे, अर्थात 28 लाख को लाने में कम से कम (2800000÷10000) = 280 दिन लगेंगे। रालोसपा की 5 सूत्री मांगों पर अविलंब विचार करें।
ये हैं मांगें:-
- राज्य से बाहर फंसे मजदूरों एवम अन्य लोगों को जल्दी वापस लाने हेतु ट्रेनों की संख्या बढाई जाए।
- गुजरात सहित अन्य राज्यों में बिहारियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोका जाए।
- आने वाली ट्रेनों में यात्री सुविधा की समुचित व्यवस्था करवाई जाए।
- जिनके खाते में अभी तक राशि नहीं डाली गई है, शीघ्रातिशीघ्र 2000/- डाला जाए। जिनको पूर्व में1000/-दिया गया है,उनके खाते में पुनः 1000/- डाला जाए।
- प्राकृतिक प्रकोप से किसानों के हुए नुकसान की अविलंब भरपाई की जाए।
बता दें कि अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर रालोसपा पूरे बिहार में आज (बुधवार) दोपहर 2:30 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन करेगी। पुतला दहन कार्यक्रम के लिए उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों से लॉक डाउन को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने तथा बार-बार साबुन से हाथ धोने की भी हिदायत दी है।