सिविल नाफरमानी : लॉकडाउन तोड़कर धरने पर बैठे उपेंद्र कुशवाहा, कहा- हां, हमने कानून तोड़ा है और तोड़ेंगे
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार के श्रमिकों किसानों व आम जनों की बदहाली को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली भाजपा जदयू की सरकार के विरुद्ध रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सिविल नाफरमानी आंदोलन की शुरुआत कर दी है। इसके तहत उपेंद्र कुशवाहा लॉकडाउन तोड़कर पार्टी कार्यालय के बाहर सांकेतिक धरने पर बैठ गए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने सीधे तौर पर कहा है कि उन्होंने लॉकडाउन तोड़ा है और आगे भी तोड़ेंगे। कुशवाहा ने कहा कि वह चोरी छुपे नहीं बल्कि साफ तौर पर कह रहे हैं कि हां हमने कानून तोड़ा है और यह आगे भी जारी रहेगा।
कुशवाहा ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने में नीतीश सरकार पूरी तरह फेल है। बदइंतजामी के कारण आमजनों का जीना दूभर हो चुका है। हमारे साथी सरकार के विरुद्ध बिहार भर में लॉकडाउन के नियमों को तोड़कर धरना पर बैठे हैं। हमारी मांगें मान लेने तक सिविल नाफ़रमानी आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि एक तरफ हम कोरोनावायरस से लड़ रहे हैं और दूसरी तरफ लॉक डाउन के कारण, जो स्थिति उत्पन्न हुई है उससे, लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। बाहर से जो लोग बिहार वापस आ रहे हैं उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में जानवरों से भी बदतर स्थिति में रखा जा रहा है। दोनों समस्याओं से हम जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के भरोसे अब कोरोना से बचना संभव नहीं है। हम सभी को कोरोने से बचने के लिए अपना इंतजाम खुद करना होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक बाहर से आ रहे लोगों को रोजगार देने का सवाल है, क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थिति को बेहतर बनाने की बात है तो इसके लिए हमने राज्य सरकार को कई सुझाव दिए हैं लेकिन विपक्ष के सुझावों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अमल नहीं कर रहे हैं। कुशवाहा ने सीधे तौर पर कहा कि जब तक जनता के सहयोग से हम लोग दबाव नहीं बनाएंगे तब तक इस मामले में राज्य सरकार का नकारात्मक रवैया ठीक नहीं होगा।
रालोसपा सुप्रीमो ने सीधे तौर पर कहा कि हमलोग लॉक डाउन तोड़कर सड़क पर उतरे हैं और यह काम कोई चोरी छुपे नहीं कर रहे हैं हमारा सिविल नाफरमानी का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लॉक डाउन पूरी तरह से फेल है। कोरोना से लड़ने की सरकार की नीति पूरी तरह से नाकाम है। लॉकडाउन जैसे जैसे आगे बढ़ा बीमारी भी वैसे वैसे बढ़ती गई। सरकार की बदइंतजामी और गलत नीति के कारण आज बीमारी इतनी ज्यादा बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण जो साइड इफेक्ट हुए हैं, उनकी ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना जरूरी है। इसलिए हम लोगों ने जानबूझकर लॉकडाउन तोड़ने का निर्णय लिया है, क्योंकि अब घर में बंद रहकर काम नहीं चलने वाला है।