उपेंद्र कुशवाहा की तेजस्वी यादव को चेतावनी, कहा- अपनी कब्र मत खोदो, जुबान पर लगाम रखो वरना!
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 को लेकर बिहार विधानसभा में विपक्ष के हंगामे और उसके खिलाफ सरकार की पुलिसिया कार्रवाई को लेकर सूबे की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर हमलावर है तो वहीं सत्ता पक्ष के लोग भी इसके बचाव में जुटे हैं।
इसी क्रम में जदयू नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव किया है। उपेंद्र कुशवाहा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार दिए जा रहे बयान को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। कुशवाहा ने ट्वीट कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को चेतावनी देते हुए लिखा, ‘सुन लो तेजस्वी, हमने लगभग आजीवन लालू जी के विरोध में राजनीति की है लेकिन हमेशा ही उनको ‘ललूआ’ कहने वाले को मुँहतोड़ जबाव दिया है। तुमको भी मेरी सलाह है- अपनी कब्र मत खोदो- जबान पर लगाम रखो, वरना नौंवी फेल कहने वालों को और मौका ही देते जाओगे..!’
उन्होंने यह भी कहा कि, ‘कल बिहार विधान सभा में पक्ष-विपक्ष के एक्शन पर क्रिया/प्रतिक्रिया का दौर जारी है और ऐसा स्वाभाविक भी है, लेकिन इससे दीगर नेता प्रतिपक्ष अपने पिता की उम्र के समतुल्य, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है!’
दरअसल, विधानसभा में अपने विधायकों, विशेषकर महिला सदस्यों के साथ पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बेहद नाराज हैं। इसे लेकर उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। तेजस्वी ने लिखा है कि, ‘नीतीश कुमार को इंद्रिय रस प्राप्त हो रहा होगा जब सदन में उनके गुंडे महिला विधायकों की साड़ी उतार उनके ब्लाउज में हाथ डाल जा रहा था। मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देकर बाल पकड़ कर घसीटा जा रहा था। इस शर्मनाक घटना के बाद रात्रि में “निर्लज्ज कुमार” नृत्य-संगीत का आनंद उठा रहे थे।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘विधायकों को बर्बर तरीके से पीट, सदन से बाहर कर पुलिस की मौजूदगी में ही पुलिस बिल पास कराया गया।नीतीश सरकार ने मारपीट की जो असंसदीय परंपरा शुरू करायी है उसका खमियाजा उन्हें भी भुगतना पडेगा।वो दिन भी आयेगा कि यही पुलिस इसी कानून के सहारे नीतीश कुमार को भी घर में घुस कर पीट सकती है।’ नेता प्रतिपक्ष यहीं नहीं रुके, उन्होंने सरकारी अधिकारियों को ‘पालतू’ तक कह डाला। तेजस्वी ने लिखा, ‘मैं विधानसभा में नीतीश कुमार और उनके पालतू अधिकारियों द्वारा माननीय सदस्यों व महिला विधायकों की बर्बर पिटाई, गालियां और उनके साथ दुर्व्यवहार को भूलूंगा नहीं। CM जो अधिकारी लिखकर दे देते है वो पढ़ देते है। उन्हें बाद में याद आयेगा कि उन्होंने किस निर्लज्ज परंपरा की शुरूआत की थी।’
बता दें कि बता दें कि मंगलवार को बिहार विधानसभा में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 पेश किया जाना था, लेकिन विपक्ष ने इसे काला कानून बताते हुए जबर्ददत हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के आसन का घेराव, तोड़फोड़ और बिल की कॉपी छीनने का भी प्रयास किया। इसके बाद पुलिसबल को सदन में बुलाया गया, जिन्होंने हंगामा और शोर-शराबा करने वाले विपक्षी विधायकों को बलपूर्वक वहां से बाहर निकाल दिया था। हालांकि बुधवार को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 को दोनों सदनों में पारित कर दिया गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी सदस्यों को बधाई भी दी।