पार्टी में बगावत से आहत तेजस्वी यादव, राज्यपाल फागु चौहान से मिलकर की सीएम नीतीश की शिकायत
पटना (जागता हिंदुस्तान) राजद के पांच विधान पार्षदों के पार्टी को छोड़कर जदयू में शामिल होने केेे बाद से बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस मामले को लेकर राजद में नाराजगी के साथ चिंता भी साफ नजर आ रही है। इसी मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अचानक राजभवन पहुंचे और उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर बिहार सरकार की जमकर शिकायत की।
तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से कहा कि बिहार में विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बिहार का विकास छोड़कर विरोधी पार्टियों को तोड़ने में लगी है।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद बाहर निकले तेजस्वी यादव ने मीडिया के सामने जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घर में छुपकर यही काम कर रहे थे। उनको विकास से तो कोई मतलब है नहीं। वे सिर्फ इसी सब काम में अपना एनर्जी लगाए हुए हैं। उन्हें सिर्फ कुर्सी चाहिए, लेकिन बिहार की जनता आने वाले कुछ दिनों में सबक सिखायेगी।
वही नेता परिषद तेजस्वी यादव ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर राज्यपाल फागू चौहान को ज्ञापन भी सौंपा।
बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच विधान परिषद की उम्मीदवारी को लेकर सभी राजनीतिक दलों में अंदर खाने घमासान तेज हो चुकी है। इसी क्रम में मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के पांच विधान पार्षदों ने पार्टी से बगावत कर जदयू का दामन थाम लिया। इनमें राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एवं कमर आलम समेत दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद और रणविजय सिंह का नाम शामिल है। जदयू की सचेतक रीना यादव के पत्र के आलोक में विधान परिषद ने राजद से आए जदयू के सभी सदस्यों को मान्यता दे दी।
इससे पहले बीते 16 जून को जदयू के पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने राजद का दामन थाम लिया है। उनके अलावा जदयू के पूर्व विधायक रामनरेश सिंह की बेटी शगुन सिंह भी जदयू से किनारा कर तेजस्वी ब्रांड में शामिल हो चुकी हैं।