Politics

राष्ट्रपति चुनाव : विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने किया नामांकन, JMM ने बनाई दूरी

न्यूज डेस्क (जागता हिंदुस्तान) राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने जा रहे चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया. सिन्हा ने नामांकन पत्रों के चार सेट राज्यसभा के महासचिव पी. सी. मोदी को सौंपे. पी. सी. मोदी राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा के नामांकन दाखिल करने के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, द्रमुक नेता ए राजा और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला मौजूद थे. इनके साथ ही, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता के.टी. रमा राव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय जनता दल की सांसद मीसा भारती, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता एन.के. प्रेमचंद्रन, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और कुछ अन्य विपक्षी नेता भी उपस्थित थे.

टीआरएस के नेता की मौजूदगी विपक्षी खेमे के लिहाज से महत्वपूर्ण है, हालांकि कांग्रेस की सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा सिन्हा के नामांकन से दूर रही. माना जा रहा है कि झामुमो ने अभी ये फैसला नहीं किया है कि विपक्ष के उम्मीदवार और राजग के उम्मीदवार में से किसका समर्थन करना है. नामांकन दाखिल करने के बाद सिन्हा ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी और भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया.

सारे विपक्ष का सपोर्ट यशवंत सिन्हा को: राहुल गांधी
वहीं मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सारे विपक्ष यशवंत सिन्हा को सपोर्ट दे रहे है. ये विचारधारा की लड़ाई है. एक तरफ नफरत है और एक तरफ भाईचारा. वहीं सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि आज जो हालात है यह संविधान की रक्षा का मामला है. जबकि टीएमसी करे नेता सौगात रे ने कहा कि यह रेनबो कलर का है सबका जो यशवंत सिन्हा को समर्थन कर रहे है. बता दें कि नामांकन के समय कई सारे विपक्ष नेता मौजूद थे.

वहीं अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में वित्त और विदेश मंत्री जैसे अहम पदों पर रह चुके सिन्हा आगामी 28 जून को तमिलनाडु से अपने चुनाव प्रचार अभियान का आगाज कर सकते हैं. इस अभियान के पहले चरण में ही वह कर्नाटक एवं केरल का भी दौरा कर सकते हैं. विपक्षी दलों ने सिन्हा को 21 जून को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है. मतगणना 21 जुलाई को होगी. वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *