येदियुरप्पा सरकार और बिल्डर एसोसिएशन की सांठ-गांठ, बिहारी मज़दूरों को रोकने के लिए रद्द करवाई ट्रेन- कांग्रेस
पटना (जागता हिंदुस्तान) लॉक डाउन के कारण कर्नाटक में फंसे बिहारी मजदूरों को भेजने के लिए प्रस्तावित तीन ट्रेनों को येदुरप्पा सरकार द्वारा रद्द करने के मामले को लेकर बिहार कांग्रेस बेहद नाराज है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा ने सीधे तौर पर इस मामले को येदियुरप्पा सरकार और बिल्डर एसोसिएशन की सांठगांठ से लिया गया निर्णय करार दिया है।
डॉक्टर मदन मोहन झा ने कहा है कि कर्नाटक एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री द्वारा अपनें यहाँ से चलनें वाले श्रमिक रेल, जो बिहारी मज़दूरों को लेकर आने वाले थे, उस पर तत्काल रोक लगा दी है। इस बाबत रेल प्रशासन को विधिवत पत्र लिखा गया है। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा की सरकार ने बिल्डर्स एसोशिएशन से बात कर यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि शायद ये भूल गये हैं कि बंधुआ मज़दूर प्रथा भारत से ख़त्म हो चुका है। अत: किसी भी प्रवासी मज़दूर भाई को बिना उसकी इच्छा या अन्य दबाव के कारण नहीं रोक सकते है। यह एक अपराध होगा।
इसके साथ ही मदन मोहन झा ने बिहार सरकार में भाजपा कोटे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को संबोधित करते हुए कहा है कि कर्नाटक में आपकी ही (भाजपा) सरकार है। कहीं बिहार सरकार और कर्नाटक सरकार की सहमति से तो यह निर्णय नहीं लिया गया है? डॉक्टर झा ने कहा कि अगर ऐसा नहीं है तो उनका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से अनुरोध है कि तत्काल इन श्रमिक रेलगाड़ियों को चालू करवा कर प्रवासी बिहारी मज़दूरों को अविलम्ब बिहार वापस लायें और उनकी समुचित व्यवस्था करें।
बता दें कि कर्नाटक सरकार के राजस्व विभाग के प्रधान सचिव व प्रवासी मामले के नोडल ऑफिसर मंजूनाथ प्रसाद ने दक्षिण पश्चिम रेलवे (हुब्बली) के महाप्रबंधक को मंगलवार 5 मई को पत्र लिखकर कहा है कि 6 मई से बेंगलुरु से दानापुर बिहार के लिए चलाई जाने वाली रेल सेवा की आवश्यकता नहीं है।