11वीं के नामांकन पर लगे रोक, अन्यथा घट सकती है बिहार में बड़ी घटना- AISF
पटना (जागता हिंदुस्तान) ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) ने कोरोना एवं बाढ़ की दोहरी मार झेल रहे बिहार में इंटर नामांकन पर स्थिति सामान्य होने तक रोक लगाने की माँग की है।
एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार एवं राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का 11 वीं में नामांकन लेने का आदेश बिहार की वास्तविक स्थिति को नजरअंदाज कर लिया गया है। बिहार में कोरोना की रफ्तार और बाढ़ की मार से बिहार का आवाम त्रस्त है। 14 जिले बुरी तरह बाढ़ में फँसे हुए हैं। वहीं कोरोना की चपेट में सम्पूर्ण बिहार बुरी तरह फंसा हुआ है। बिहार में कोरोना संक्रमण के 79720 केसेज आ चुके हैं। जबकि टेस्टिंग की रफ्तार बिहार में कम है। कई शिक्षक व कर्मी भी इससे ग्रसित हैं। इसी बीच परीक्षा समिति द्वारा 7-12अगस्त को 11 वीं में नामांकन का आदेश देना हास्यास्पद है। आदेश के बाद कॉलेजों में लगने वाली भीड़ देख कर कोरोना के बहुत तेजी में फैलने या किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता।
एआईएसएफ नेताओं ने कहा कि राजभवन का आदेश की वजह से कॉलेजों में शैक्षणिक व्यवस्था व परीक्षा पूरी तरह से ठप्प है। वैसे हालत में परीक्षा समिति के आदेश के बाद कॉलेजों में लगने वाली भीड़ जानबूझकर किसी अनहोनी को आमंत्रित करना है। एआईएसएफ नेताओं ने राज्य के बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए तत्काल परीक्षा समिति के फैसले पर रोक के लिए राज्यपाल व मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की माँग की है।
छात्र नेताओं ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर क्या अपने को राज्यपाल से ऊपर मानते हैं कि राज्यपाल के आदेश के बाद पूरे राज्य के कॉलेजों में शैक्षणिक कार्य बाधित है लेकिन बीएसईबी अध्यक्ष नामांकन प्रक्रिया संचालित करने पर आतुर हैं। छात्र नेताओं ने कहा कि भले हीं नामांकन में ऑनलाइन की प्रक्रिया होती है लेकिन बहुत मामलों में ऑफलाइन का सहारा लेना हीं पड़ता है।