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PU में जेंडर सेनसटाईजेशन और मिडिया पर क्षमता निर्माण के लिए कार्यशाला का आयोजन

पटना । यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) एवं स्नातकोत्तर पत्रकारिता एवं जनसंचार, हिंदी विभाग (पटना यूनिवर्सिटी) के सयुक्त तत्वाधन में “जेंडर एवं मीडिया” विषय पर पत्रकारिता के छात्रों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन पीयू के कुलपति ने दीप प्रज्ज्वलन के माध्यम के किया। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग के निदेशक डा ० दिलीप राम द्वारा लिखित पुस्तक ” चिंतन एवं दिशा” का विमोचन कुलपति के द्वारा किया गया।

कार्यशाला के दौरान लाडली मीडिया अवार्डस हेतु प्रविष्टि की सूचना भी दी गयी। कार्यशाला के दौरान डा० ए. आई. शारदा ( भूतपूर्व CEO, पॉपुलेशन फर्स्ट ) ने जेंडर, मीडिया, तथा रूढ़िवादिता के विषय पर रिपोर्टिंग तकनीक पर छात्रों को प्रशिक्षित किया। कार्यशाला के दौरान छात्रों को मानविकी संकायाध्यक्ष डा० प्रो० तरुण कुमार, आनंद माधव, गौतम कुमार, मुदस्सिर सिद्दीकी, प्रशांत रंजन ने भी संबोधित किया।

संगठन के पूर्व प्रमुख सलाहकार, लिंग संसाधन केंद्र, बिहार सरकार और पूर्व सीईओ, जागरण पहला, श्री आनंद माधब ने बताया कि आज की समय में, मीडिया एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जो हमारे समाज में जेंडर समानता और समझ को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। संगठन का यह प्रयास है कि हम मीडिया के माध्यम से जेंडर सेनसटाईजेशन को प्रोत्साहित करें और समझ में सहयोग करें। जेंडर सेनसटाईजेशन को लेकर समाज में संज्ञान और जागरूकता बढ़ाने के लिए, हमारे संगठन ने कई उपायों का संचालन किया है। हमने विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जेंडर सम्बंधित जागरूकता अभियानों को संचालित किया है, जिसमें टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया, और प्रिंट मीडिया शामिल हैं।

संगठन के प्रमुख डॉ. ए.एल.शारदा ने कहा, “हमारे समाज में जेंडर समानता को बढ़ावा देने में मीडिया का एक महत्वपूर्ण योगदान है। हमारा उद्देश्य है कि हम जेंडर सेनसटाईजेशन के माध्यम से समाज को जागरूक करें और समझ को बढ़ावा दें।” इसके साथ ही उन्होंने कहा की लिंग आधारित हिंसा की चर्चा उनकी महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट योगदानों में से एक है। उनका यह उद्येश्य था कि समाज में जागरूकता पैदा की जाए और लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ लड़ाई में लोग शामिल हों। उन्होंने इस विषय पर गहराई से अध्ययन किया और उसे सामाजिक संज्ञानता के साथ लाने का प्रयास किया। लिंग आधारित हिंसा को एक गंभीर अपराध के रूप में देखा जाता है और कानून इस पर दंड भी लागू करता है।

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की राज्य कार्यक्रम समन्वयक सुश्री अनुजा गुलाटी, ने महिलाओं के लैंगिक भेदभाव और कौशल विकास हेतु विभिन्न योजनाओं/ कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों पर चर्चा किया जिसमे उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनके रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलना चाहिए जिससे वे अपने उत्कृष्ट कौशलों का उपयोग करके अपने करियर को आगे बढ़ा सकें और उन्हें उच्चतम स्तर पर पहुंचने के लिए समर्थन देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के शिक्षा को बढ़ावा देने की, बाल विवाह रोकने की, कार्यस्थल पर लैंगिक भेदभाव को रोकने की, स्तनपान और स्तन कैंसर जैसे विषयों को लेकर चर्चा किया।

इसके साथ ही गुलाटी ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम (POSH) अधिनियम एक महत्वपूर्ण कदम है, इस विषय पर चर्चा किया। यह अधिनियम महिलाओं को कार्यस्थल में सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए बनाया गया है और उन्हें यौन उत्पीड़न और हमले के खिलाफ संरक्षण प्रदान करता है। इस अधिनियम ने कार्यस्थल में लिंगीय विवेकाधिकार को प्रोत्साहित किया है और इसे प्राथमिकता दी है। इन सभी उदाहरणों से स्पष्ट होता है कि समाज में लिंग, पितृसत्ता, और मीडिया के माध्यम से व्यक्तियों के अधिकार और सुरक्षा को लेकर अभिवृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जाने चाहिए।

इस कार्यशाला के माध्यम से, यूएनएफपी बिहार क्षेत्र के लिए जेंडर संवेदनशीलता और मीडिया में उत्तराधिकारिता के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है। इस संदर्भ में, यूएनएफपी के प्रति बिहार के नागरिकों और छात्रों की ओर से गहरा आभार व्यक्त किया जाता है, और उनके साथ इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर काम करने का संकल्प जाहिर किया।

अंत में, पत्रकारिता विभाग, के निदेशक ने विभाग की ओर से सम्पूर्ण आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न करने पर धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा करते हुए कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों से उम्मीद की कि वे इस ज्ञान और संवेदनशीलता को अपनाएंगे और आगामी समय में, समाज में समानता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। कार्यशाला के समापन पर डा० शेफाली रॉय ने छात्रों को प्रमाण – पत्र प्रदान किया। डा० विजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन एवं मंच समापन शिवांगी ने किया। कार्यक्रम में श्रीमती ए.एल.शारदा, सुश्री अनुजा गुलाटी, श्री आनंद माधब और श्री दिलीप राम व अन्य मौजूद थे।

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