सीएम नीतीश कुमार की राजनीतिक छवि को धूमिल करेगा बिहार में जातिगण जनगणना कराने का निर्णय- डॉ. अशोक वर्मा
न्यूज़ डेस्क (जागता हिंदुस्तान) राष्ट्रीय सहयोग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अशोक वर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जातिगण जनगणना कराने का निर्णय उनके राजनीतिक जीवन पर काला धब्बा साबित होगा। डॉ वर्मा ने कहा है कि बिहार में बहार लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अनवरत प्रयास प्रशंसनीय है परन्तु जातिगत जनगणना कराने का निर्णय उनके समावेशी विकास वाली राजनीतिक छवि को धूमिल करेगा । डॉ वर्मा ने कहा है कि जाति आधारित जनगणना का निर्णय , सत्ता के लोभ में अथवा राजनीतिक दबाव में लिया गया निर्णय है जो नीतीश कुमार जैसे दूरदर्शी नेताओं के लिए शोभा नहीं देता है । उन्हें इस निर्णय पर पुनर्विचार हेतु राष्ट्रीय सहयोग पार्टी ने अपिल किया है ।
डॉ वर्मा ने कहा है कि इक्कीसवीं सदी के भारत की आवश्यकता जातिगत भेदभाव को समाप्त करने की है , न कि उसे बढ़ावा देने की । जातिगत जनगणना से जाति आधारित राजनीति को बल मिलेगा साथ ही सामाजिक समरसता का माहौल दूषित होगा और देश को लाभ कम , नुकसान ज्यादा होगा । महाशक्ति के रूप में उभरते हुए भारत के लिए जातिगत विभाजन और वैमनस्य की दरारों को खत्म करने का प्रयास होनी चाहिए न कि जातिगत उन्माद फैलाकर देश को पीछे धकेलने का ।
जातिगत जनगणना से सामाजिक सद्भाव बनाने के प्रयास कमजोर होंगे। डॉ वर्मा ने कहा है कि स्वतंत्र भारत के दूरदर्शी राजनेताओं का लक्ष्य भी जाति विहीन समाज का निर्माण कर राष्ट्रीय एकता को अक्षुण्ण रखना था और आज भी है परन्तु आज सत्ता लोभी राजनीतिक दलों व राजनेताओं द्वारा जातिगत जनगणना कराने का निर्णय निन्दनीय है । जाति आधारित आंकड़ों का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के रूप में किया जाएगा , जिसका दूरगामी परिणाम देश हित में नहीं होगा ।
डॉ वर्मा ने कहा है कि हमारी प्राथमिकता किसी जाति विशेष की नहीं अपितु सभी वर्गो के गरीबों की गणना करने की होनी चाहिए ताकि आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े सभी लोगों का समान विकास हो सके ।