मैट्रिक परीक्षा के पहले ही दिन 50 छात्र निष्कासित, 1 जाली परीक्षार्थी भी पकड़ा
पटना (जागता हिंदुस्तान) वार्षिक माध्यमिक परीक्षा के पहले दिन बिहार के सभी जिलों में कदाचार मुक्त एवं शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हुई। इस दौरान विभिन्न जिलों में परीक्षा केंद्रों पर पहली पाली की परीक्षा में 37 छात्र समेत दोनों पालियों की परीक्षा के दौरान कुल 50 छात्र निष्कासित किए गए। इनमें पटना से एक, भोजपुर से तीन, अरवल से दो, पश्चिमी चंपारण से दो, सारण से तीन, मधेपुरा से तीन, लखीसराय से दो, रोहतास से छह, वैशाली से दो, सिवान से एक, मधुबनी से छह, समस्तीपुर से दो, सहरसा से दो, मुंगेर से एक, जमुई से दो और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से सबसे अधिक 12 छात्र निष्कासित किए गए। इसके अलावा गया जिले से एक जाली परीक्षार्थी को भी पकड़ा गया है। खास बात यह है कि परीक्षा के दौरान विभिन्न केंद्रों पर खुद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षार्थियों की जांच की।
बता दे कि इस वर्ष 17 से 24 फरवरी तक चलने वाले माध्यमिक परीक्षा में कुल 15,29,393 विद्यार्थियों ने फॉर्म भरा है। इनमें 7,83,034 छात्राएं और 7,46,359 छात्र शामिल है। पूरे राज्य में 1,368 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके साथ ही परीक्षा को कदाचार मुक्त बनाने और जाली परीक्षार्थियों की पहचान करने के लिए इस वर्ष पहली बार बिहार बोर्ड ने उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट पर परीक्षार्थी की फोटो समेत अन्य जानकारियों को प्रीप्रिंट किया है।