नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार एसए साद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निधन पर जताया शोक
पटना (जागता हिंदुस्तान) वरिष्ठ पत्रकार एसके साद नहीं रहे। कैंसर से पीड़ित बिहार के जाने माने पत्रकार एसए साद ने बुधवार को अंतिम सांस ली। उनके असामयिक निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एसए साद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि साद ने अपनी लेखनी की बदौलत पत्रकारिता जगत में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उनका निधन बिहार के मीडिया के लिए अपूर्णिय क्षति है।
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने वरिष्ठ पत्रकार एस ए साद के निधन पर शोकसंवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इंजीनियरिंग फिल्ड में गोल्ड मेडलिस्ट एसए साद का कैंसर जैसे असाध्य रोग से असामयिक निधन दुखद है, अपनी कर्मठता से इन्होंने पत्रकारिता जगत में एक विशेष पहचान बनाई थी जिसकी क्षतिपूर्ति अपूरणीय है। ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवगंत आत्मा को चिरशांति प्रदान कर शोकसंतप्त परिवार को इस दुःखद बेला में संबल प्रदान करे।
वहीं, विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी वरिष्ठ पत्रकार एसए साद के असामयिक निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा है कि पटना दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार एस ए शाद का आज शाम निधन हो गया। अभी हाल ही में वे दिल्ली से अपना इलाज कराकर लौटे थे। उन्हें कैंसर हो गया था। शाद साहब जैसे पत्रकार का असामयिक निधन पत्रकारिता के लिए अपूरणीय क्षति है। शाद साहब को शत शत नमन।
इनके अलावा राजद नेता अजीत यादव, वंचित समाज पार्टी के अभियान समिति के अध्यक्ष रतन मंडल और ललित मोहन सिंह ने भी वरिष्ठ पत्रकार एसए साद के निधन पर शोक जताया है।
बता दें कि भागलपुर जिले के मूल निवासी साद ने अंग्रेजी के प्रतिष्ठित टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की। बाद में वह दैनिक जागरण पटना के साथ जुड़े। एसए साद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक घर भागलपुर में गुरुवार को होगा।