नियोजित शिक्षकों ने बढ़ाई सरकार की टेंशन, सभी DEO को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश जारी
पटना (जागता हिंदुस्तान) मैट्रिक परीक्षा के दौरान नियोजित शिक्षकों की हड़ताल और विभिन्न स्थानों पर हंगामे के मामले ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा 2 शिक्षकों को बर्खास्त किए जाने के बाद उनके कार्यालय में शिक्षकों द्वारा हंगामा और हाथापाई के बाद राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा सभी जिला के डीएम, एसएसपी और एसपी को बाकायदा पत्र जारी किया गया है।
गृह सचिव आमिर सुबहानी ने अपने पत्र में लिखा है कि 17 फरवरी से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के द्वारा हड़ताल की सूचना है। 26 फरवरी से मूल्यांकन कार्य प्रस्तावित है। इसके तहत शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग एवं नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा आवश्यक तैयारी की गई है। मैट्रिक परीक्षा के आयोजन में व्यवधान उत्पन्न करने वाले और सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले शिक्षकों के विरुद्ध शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय कार्यालय द्वारा कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में पटना जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा 2 शिक्षकों को बर्खास्त किए जाने के कारण उनके कार्यालय में भारी संख्या में शिक्षकों के द्वारा विरोध करते हुए उनसे हाथापाई के जाने की सूचना प्राप्त हुई है। गृह सचिव ने सभी डीएम, एसएसपी और एसपी को कहा है कि सरकार के निर्णय का अनुपालन कराने वाले जिला शिक्षा पदाधिकारी को अगर सुरक्षा की जरूरत हो या सुरक्षा की मांग की जाती हो तो तत्काल जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में या उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
बता देें कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति द्वारा मैट्रिक परीक्षा के दिन से हड़ताल की घोषणा कर दी गई है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद शिक्षक पीछे हटने को तैयार नहीं है। कई स्थानों पर हड़ताली शिक्षकों ने मैट्रिक परीक्षा के दौरान व्यवधान पैदा करने की भी कोशिश की है। फिलहाल इस मामले को लेकर सरकार अलर्ट मोड में नजर आ रही है।