पप्पू यादव ने की व्यापक गठबंधन की वकालत, कहा- गैर यादव बने बिहार का चेहरा
पटना (जागता हिंदुस्तान) जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने एक बार फिर राजद से अलग व्यापक गठबंधन बनाने की वकालत की है। पार्टी के दो दिवसीय राज्य परिषद और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पप्पू यादव ने सीधे तौर पर कहा कि बिहार में एनडीए के मुखिया ने सांप्रदायिकता सामंतवाद जबकि विपक्ष ने सामाजिक न्याय को खत्म कर मनुवादी और सामंतवादी विचारधारा से समझौता कर लिया है। उन्होंने व्यापक गठबंधन बनाने की बात करते हुए कहा कि वह कांग्रेस से आग्रह करते हैं कि मांझी, कुशवाहा, वामदल के साथ अगर मेरी पार्टी को भी शामिल करना चाहते हैं तो मैं देश के लिए खाद बनने को तैयार हूं।
पप्पू यादव ने सीधे तौर पर कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं बल्कि बिहार का सपना पूरा करना है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता युवा और छात्र का सपना पहले है। आज बिहार में अपराध भ्रष्टाचार महिलाओं की सुरक्षा के साथ अर्थव्यवस्था शून्य जबकि शिक्षा और स्वास्थ्य नगण्य है। इन सभी मुद्दों को लेकर 18 अप्रैल से जन अधिकार पार्टी वैशाली और मोतिहारी से जन क्रांति यात्रा शुरू करेगी। इसके साथ ही पप्पू यादव ने 15 वर्षों के लालू-राबड़ी और 15 वर्षों के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल पर निशाना साधते हुए एक नया नारा भी दिया है।
पप्पू यादव ने कहा कि ’30 बरस की क्या लाचारी, अधिकार मांगे हर बिहारी’ के नारे के साथ शुरू होने वाला जन क्रांति यात्रा 30 मई को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में विशाल जनसभा के साथ संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि 30 मई को गांधी मैदान से बिहार की जनता का भरोसा जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र को खत्म करने वालों, नफरत की राजनीति करने वालों तथा देश के संविधान और देश को टुकड़े-टुकड़े में बांटने वालों के खिलाफ गांधी मैदान से आवाज दी जाएगी की ‘जनता आ रही है, सिंहासन खाली करो।’
पप्पू यादव ने सीधे तौर पर तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को दरकिनार करते हुए कहा कि कोई अति पिछड़ा, पिछड़ा, दलित या गैर यादव बिहार का चेहरा होना चाहिए जो सभी जातीय गठबंधन, धर्म और वर्ग को लेकर चले और जहां सांप्रदायिकता और जातीय उन्माद नहीं हो।